माउथ टेपिंग यह प्रथा है कि सोने से पहले आपके होंठों पर एक छोटी टेप की फीसद को लगाया जाता है ताकि सोने के दौरान आपका मुँह बंद रहे। इसका मुख्य उद्देश्य नाक से साँस लेने को प्रोत्साहित करना है, जिससे कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
आप कहीं यह सोच रहे होंगे कि माउथ टेपिंग के लिए क्या वैज्ञानिक आधार है। इसके उपयोग का समर्थन करने वाले प्रमाण हैं। 2020 की एक अध्ययन ने लिप टेप की प्रभावशीलता का अनुसंधान किया, जिसे नाक से साँस लेने का उपकरण माना जाता है। शोधकर्ताओं का उद्देश्य यह था कि लिप टेपिंग के प्रति सहनशीलता ने मुँह से साँस लेने के खतरे में पड़े व्यक्तियों को पहचानने में कैसे मदद की।
3 से 11 वर्ष की आयु के 315 बच्चों सहित सभी सदस्यों को अपने मुँह पर टेप लगाए रखते हुए तीन मिनट के लिए नाक से साँस लेने को कहा गया। अध्ययन ने पाया कि जिन सदस्यों ने मुँह से साँस लेने की रिपोर्ट की थी या उनमें मoderate से गंभीर नाक से साँस लेने की कठिनाइयाँ थीं, उनमें से अधिकांश तीन मिनट के लिए आराम से अपनी नाक से साँस ले सकते थे। जाग्रत रहते समय लगभग हमेशा मुँह से साँस लेने वालों में से 80% से अधिक लिप-टेपिंग परीक्षण पार कर पाए।
यह अध्ययन दिखाता है कि मुँह बंद रखकर साँस लेना संभव और प्रभावी है, भले ही वे बच्चे मुँह से साँस लेने के अभ्यासी हों।
2025-06-10